बिहार में कोर्ट मैरिज करने की प्रक्रिया

बिहार में कोर्ट मैरिज, जिसे "सिविल मैरिज" या "रजिस्टर्ड मैरिज" भी कहा जाता है, एक कानूनी प्रक्रिया है जिसके तहत विवाह को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है। यह विवाह उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो धार्मिक या पारंपरिक रीति-रिवाजों से अलग एक कानूनी मान्यता प्राप्त विवाह करना चाहते हैं या फिर सामाजिक रिति रिवाज से विवाह करने के पश्चात भी रजिस्टर्ड मैरिज कर सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम बिहार में कोर्ट मैरिज करने की पूरी प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़, और महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे।

कोर्ट मैरिज के माध्यम से विवाह करने से कानूनी सुरक्षा मिलती है। यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विवाह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त होता है और इसके तहत उनके अधिकार सुरक्षित होते हैं। विवाह प्रमाणपत्र से संपत्ति के अधिकार, बच्चों के लिए उत्तराधिकार, और अन्य कानूनी मामलों में मदद मिलती है। - गोपाल कुमार (अधिवक्ता)

कोर्ट मैरिज की पात्रता

कोर्ट मैरिज के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होती हैं:

आवश्यक दस्तावेज़

कोर्ट मैरिज के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

प्रक्रिया

बिहार में कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में पूरी की जाती है:

महत्वपूर्ण जानकारी

बिहार में कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है, जिससे जोड़े आसानी से कानूनी मान्यता प्राप्त कर सकते हैं। यह विधि विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो पारंपरिक रीति-रिवाजों से अलग एक कानूनी और औपचारिक विवाह करना चाहते हैं।

निष्कर्ष

कोर्ट मैरिज एक महत्वपूर्ण कदम है जो विवाह को कानूनी मान्यता प्रदान करता है। यह उन जोड़ों के लिए बहुत उपयोगी है जो बिना धार्मिक रीति-रिवाजों के विवाह करना चाहते हैं या जिनकी परिस्थितियाँ अलग-अलग होती हैं। उपरोक्त प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज़ों का पालन करके, आप बिहार में आसानी से कोर्ट मैरिज कर सकते हैं।

Note: यह पोस्ट सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। कृपया सटीक और विस्तृत जानकारी के लिए कानूनी सलाहकार से संपर्क करें।

गोपाल कुमार (अधिवक्ता)

8292589402